हरदा – ग्राहक के खिलाफ ज्ञापन, धरना देने वाले सरगम जैन एवं संजय सोनी क्यों है मौन ? न्यायालय ने माना है लालाजी ज्वलेर्स का संचालक बकुल लल्ला को मिलावटी सोने के आभूषण बेचने का आरोपी।
कपिल शर्मा हरदा, 9753508589

कपिल शर्मा, हरदा एक्सप्रेस…
ग्राहक के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने वाले, ज्ञापन देने वाले कैट जिलाध्यक्ष सरगम जैन और संजय सोनी विलुप्त हो चुके हैं। क्या कारण है कि मिलावटी सोने के आभूूषण बेचने वाले लालाजी ज्वेलर्स के संचालक बकुल लल्ला उर्फ कार्तिक गुप्ता को व्यापारी संगठन बाहर नहीं निकाल पा रहे हैं। क्या व्यापारी संगठनों में अध्यक्ष के पद पर पदासीन यह लोग यह नहीं चाहते है कि ग्राहकों से पैसे लेने के बाद शुद्ध सोने के आभूषण दिये जाए? क्या सरगम जैन और संजय सोनी यह नहीं चाहते कि हरदा में सराफा बाजार पक्के बिल पर व्यापार करें ताकि ग्राहकों के हितों की भी रक्षा हो सकें। बरहाल अभी तक कैट जिलाध्यक्ष सरगम जैन और हरदा सराफा एसोसिएशन ने मिलावटी सोने के आभूषण बेचने वाले बकुल लल्ला के खिलाफ अभी तक कोई भी व्यापारीक कार्यवाहीं नहीं की है ना ही संगठन से बाहर निकाला गया हैं। ग्राहकों और प्रशासन पर अनुचित दबाव बनाना मकसद सरगम जैन कैट के जिलाध्यक्ष है इनके मिलावटी सोने के आभूषण बेचने वाले लालाजी ज्वेलर्स के संचालक बकुल लल्ला के पक्ष में जिला प्रशासन को पीड़ित ग्राहक प्रदीप शर्मा के खिलाफ ज्ञापन भी सौंपा था। लेकिन बाद में न्यायालय में आरोपी बकुल लल्ला के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया उसके बाद से यह मौन है।
हांलाकि सराफा अध्यक्ष संजय सोनी जिनकी महाराणा प्रताप कॉलोनी में सोने चांदी की दुकान है के भी यहीं हाल है क्या व्यापारी संगठन का उद्दशय गलत व्यापार के खिलाफ आवाज उठाने वाले ग्राहक को दबाना है या प्रशासन पर अनुचित दबाव बनाकर अपनी झूठी बातों पर सही साबित करना है?
व्यापारी अपने सदस्य के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगा?
अनुचित दबाव बनाने व्यापारी संगठन के जिलाध्यक्ष सरगम जैन या संजय सोनी क्या अपने सोेने में मिलावट करने वाले व्यापारी बकुल लल्ला के खिलाफ कार्यवाही करेगा यह बातें तो भविष्य के गर्त में छुपी हुई है। वर्तमान मंे तो सरगम जैन और संजय सोनी द्वारा मिलावटी सोने के आभूषण बेचने वाले आरोपी बकुल लल्ला को सरंक्षण दे रहे हैं।
सरकार की मंशा पर पानी फेरना भी आशय
सरकारी तंत्र में जीएसटी और आयकर यह राजस्व (कर) वसूली के महत्वपूर्ण अंग माने जाते हैं। लेकिन हरदा सराफा बाजार में कच्चे बिल (पर्ची) पर व्यापार किया जा रहा हैं। जिससे करोड़ों रुपये के राजस्व का सरकारी नुकसान हो रहा हैं। ऐसे गलत व्यापार को बढ़ावा देना कहीं ना कहीं इन संगठनों का आशय सरकार की मंशा पर पानी फेरना भी हो सकता हैं।
हमें क्या करना है…
1 – हरदा सराफा बाजार से सोने के आभूषण खरीदते समय 100 प्रतिशत वापसी की गारंटी बिल पर लिखवाकर लेना हैं।
2 – जिस पर एच.यू.आई.डी नंबर नहीं लिखा है वह सोने के आभूषण नकली हो सकते है खरीदने में सावधानी रखें।
3 – सरकारी नियमों के अनुसार सिर्फ शुद्ध सोने के पैसे ही व्यापारी ले सकता हैं।
4 – धोखाधड़ी होने पर तत्काल पास के पुलिस थाने में शिकायत करना हैं।