हरदा – दानदाता अनुसुइया बाई ने उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन छीपानेर के लिए भूमि की दान, 5000 वर्ग फीट भूमि का स्वास्थ्य विभाग को सौंपा दानपत्र।
कपिल शर्मा, 9753508589
राहुल जोशी, टिमरनी संवाददाता…
एक और जहां एक-एक इंच भूमि के लिए भाई-भाई की जान का दुश्मन बन जाता है तो वही मानवता की मिसाल बुजुर्ग महिला ने पेश की।ग्राम छीपानेर निवासी बुजुर्ग महिला अनसुइयां बाई ने अपने पति स्वर्गीय हरनाथ सिंह गाडरी की स्मृति में छीपानेर चिचोट कुटी मार्ग पर स्थित अपनी निजी भूमि में से लगभग 5000 वर्ग फीट भूमि उप स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण हेतु स्वेच्छा से दान में दी है। ज्ञात हो कि वर्षों से टिमरनी विकासखंड की ग्राम पंचायत छोटी छीपानेर में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भवन न होने से ग्रामीण परेशान हो रहे थे। उप स्वास्थ केन्द्र भवन निर्माण के लिए प्रशासन भूमि तलाश कर रहा था। दानदाता अनसुइयां बाई के पुत्र ओमप्रकाश गाडरी ने बताया कि मेरी मां की इच्छा थी कि छीपानेर में सभी लोगों को इलाज की सुविधा मिले सके इसीलिए उन्होंने भूमि दान में दी है जिसके कारण स्थानीय ग्रामीणों सहित नर्मदा परिक्रमा करने आने वाले परिक्रमावासियों और नर्मदा स्नान करने आने वाले तीर्थ यात्रियों को उचित स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। लंबे समय से दानदाता परिवार अनुविभागीय अधिकारी महेश कुमार बडोले, तहसीलदार प्रमेश जैन के संपर्क में थे। राजस्व जांच रिपोर्ट के पश्चात दान प्रक्रिया आज संपन्न हुई। सीबीएमओ डॉक्टर एम के चोरे ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भूमि पर स्वीकृत 65 लाख रुपयों की लागत से डबल स्टोरी उपस्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण होगा जो आरोग्य केंद्र के रूप में संचालित होगा जहां पर चिकित्सा स्टाफ सेवा देगा। दानदाता अनसुइयां बाई ने अपने पुत्र ओमप्रकाश गाडरी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता समाजसेवी जयंत केकरे, भाजपा नेता घनश्याम गाडरी, अधिवक्ता नारायण बोरसे की उपस्थिति में एसडीम महेश कुमार बडोले के समक्ष सीबीएमओ डॉक्टर एमके चोरे को दान पत्र सोंपा। आगामी 4 फरवरी को ग्राम छीपानेर पहुंच रहे मध्य प्रदेश के मुखिया मोहन यादव द्वारा दानदाता अनसुइयां बाई को सम्मानित किया जा सकता है। अन्य लोगों को भी भूमि दानदाता अनसुइया बाई से प्रेरणा मिलेगी क्योंकि दान में दी हुई भूमि अनमोल है इसकी कीमत कभी भी नहीं आंकी जा सकती।