हरदा – ग्राम बिच्छापुर में सरपंच सचिव फर्जी बिल लगाकर अपने चेहतो को पहुंचा रहे फायदा और शासन को लगा रहे चुना।
कपिल शर्मा हरदा, 9753508589

फर्जी बिल लगाकर राशि निकालने की कलां में माहिर बिच्छापुर के सरपंच सचिव अब इतने एक्सपर्ट हो गये है, कि शासन को रिकार्ड में मनरेगा के तहत बेरोजगारों को रोजगार देना बता रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पंचायत के दस्तावेजों में फर्जी बिल लगाकर अपने चहेतों को भुगतान कर स्वंय का मोटा कमीशन निकाल रहे हैं। ग्राम पंचायत बिच्छापुर यह पंचायत टिमरनी ब्लॉक के अंतर्गत आती हैं। इस पंचायत में यदि जनसंख्या की बात करें तो लगभग 1067 पुरुष और 909 महिलाएं हैं। वर्तमान में पंचायत के सरपंच करण सिंह टेकाम और सचिव कमल सिंह कटारे हैं, लेकिन यह दोनों लोग मिलकर ग्रामीणों को मनरेगा के तहत कागजों में रोजगार दे रहे हैं वही उन्हीं कागजों में फेरबदल कर फर्जी बिल लगाकर राशि निकाल रहे हैं।
क्या है मामला…
ग्राम पंचायत बिच्छापुर में लखनलाल के घर से गणेश के घर तक 75 मीटर सीसी सड़क का निर्माण कार्य 270300/- रुपये में किया गया हैं। जिसमें 40000/- मजदूरी की राशि है वही 230300/- रुपये मटेरियल की राशि तय की गई हैं। जिसमें से श्री हरिकुंज कृपा सेल्स एजेंसी को 51000/- और 46500/- तथा जेजे टेडर्स को 122500 का भुगतान, वीरेंद्र राजपूत को 29900/- सत्यनारायण भिलाला को 1500/- मनोहर को 7200/- स्वामी कंस्ट्रक्शन टिमरनी को 11235/- रुपये का ऐसे कुल मिलाकर 269835/- रुपये का भुगतान ग्राम पंचायत बिच्छापुर द्वारा इस सड़क का कर दिया गया।
अब मनरेगा के तहत मजदूरी कहां गई ?…
ग्राम पंचायत द्वारा शासन को भेगी गई अपनी रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023 – 24 में मटेरियल के नाम पर 0 रुपये खर्च करना बताया गया हैं वही मजदूरी के नाम पर 2 लाख 54 हजार रुपये खर्च करना बताया गया है अब सवाल यह खड़ा होता है कि जब भुगतान तीन चार चहेेते लोगों को किया जा रहा है तो ग्रामीणों को मजदूरी कहां से मिलेगी ? सरपंच सचिव की चालाकी शासन को भी गुमराह कर देती है फिर ग्रामीण किस खेत की मूली हैं।
फर्जी बिलों से शासकीय राशि का अहारण…
ग्राम बिच्छापुर के सरपंच सचिव द्वारा शासकीय राशि का अहरण अपने स्वार्थ को सिद्ध करने के लिये किया जा रहा हैं। इसके लिये कुछ चुनिंदा एजेंसियों के फर्जी बिल लगाकर राशि निकाली जा रही है। यदि हम कार्य की गुणवत्ता की बात करें तो किया गया निर्माण कार्य बेहद घटिया स्तर का किया गया हैं। सीमेंट के नाम पर सड़क निर्माण में चोरी की गिट्टी और रेत का ही उपयोग हुआ हैं।
150 से अधिक जॉबकार्ड धारी बेरोजगार क्यों ?…
ग्राम बिच्छापुर के रहने वाले अधिवक्ता अनिल जाट ने बताया कि पंचायत सरपंच सचिव द्वारा लगातार फर्जी बिलों के माध्यम से शासकीय राशि का आहरण किया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि गांव में 150 से अधिक जॉबकार्ड धारी है, लेकिन रिपोर्ट के अनुसार सरपंच सचिव किसी को काम नहीं देते हैं। उन्होंने बताया कि लखनलाल के घर से गणेश के घर तक बनीं 75 मीटर सड़क में 40000/- रुपये भी मजदूरों को मिलते तो कम से कम 20 मजदूरों को काम मिलता लेकिन पंचायत के सरपंच सचिव ने यह राशि का दुरुपयोग किया हैं।
’सरपंच के नाम पर उपसरपंच का खेल’…
अधिवक्ता अनिल जाट ने बताया की ग्राम पंचायत में किए जा रहे इस भ्रष्टाचार का असली मास्टर माइंड ग्राम पंचायत बिच्छापुर का पूर्व सरपंच बलराम डूडी है जो वर्तमान में उप सरपंच हैए बलराम डूडी पंचायत में 3 बार से काबिज है पहले स्वयं सरपंच रहे फिर उनकी पत्नी सरपंच रही और अब खुद उपसरपंच है वर्तमान सरपंच करण सिंह टेकाम सिर्फ नाम के सरपंच है पंचायत का सारा भ्रष्टाचार का खेल बलराम डूडी ही खेल रहे है। हालांकि यह बात अलग है कि इस कार्यकाल में दस्तावेजो में होने वाले हस्ताक्षर सरपंच के ही हैं।
फर्जीवाड़े की करेंगे शिकायतः जाट…
अधिवक्ता अनिल जाट ने बताया कि ग्राम पंचायत बिच्छापुर में चल रहे भ्रष्टाचार और फर्जी बिलों की शिकायत जीएसटी, इनकम टैक्स में की जाएगी वहीं उन्होंने बताया कि पंचायती ग्रामीण विकास विभाग भोपाल से उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी ताकि पंचायत में भष्ट्राचार करने वाले पूर्व सरपंच बलराम डूडी से वसूली की जा सकें एवं फर्जीवाडे पर रोक लगाई जा सकें।