हरदा – सारेराह मनचले युवक ने 8वीं की छात्रा से की छेड़छाड़, कांग्रेसियों के हस्तक्षेप के पांच घंटे बाद लिखी एफआईआर।
कपिल शर्मा हरदा, 9753508589

राज्य मे छेड़छाड़ व बलात्कार के मामले थमने का नाम नहीं लें रहे है। एक बार फिर जिला मुख्यालय पर एक नाबालिक छात्रा के साथ मनचले युवक ने छेड़छाड़ की और नाबालिक को करीब 10 मिनिट तक अपनी बाहो मे जकडे रखा। छात्रा के साथियो द्वारा छाता मारकर छुड़ाने की कोशिश की गई लेकिन आरोपी ने नहीं छोड़ा किसी तरह छात्रा दानव रूपी आरोपी के चूंगल से छुटकर स्कूल पहुंची और सारा घटनाक्रम स्कूल प्राचार्या को बताया इसके बाद प्राचार्या ने परिजनों को सूचना दी और फिर प्राचार्या एवं परिजन सिविल लाइन थाने पहुंचे जहा से उन्हें महिला थाने भेजा गया। लेकिन इसके बाद पीड़िता अपने परिजनों के साथ करीब 5 घंटे तक महिला थाने मे बैठी है लेकिन किसी जिम्मेदार अधिकारी को रहम नहीं आया उस नाबालिक छात्रा पर। जिम्मेदार अधिकारी कभी कथन बदलवाते रहे तो कभी विवेचना कर रहे अधिकारी को बदलते रहे इसके बाद कांग्रेसियों ने हस्तक्षेप किया उसके बाद शाम 4:30 बजे आरोपी कालू कुंचबंदिया पर धारा 354, 354 क, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 7,8 के तहत मामला दर्ज किया गया।
इधर कांग्रेसियों ने पुलिस की धीमी कार्यशैली पर सवाल उठाये और थाना प्रभारी को हटाने की मांग की है। पंचायती राज संगठन के प्रदेश सचिव हेमंत टाले ने कहा की बड़ी शर्म की बात है की एक नाबालिक छात्रा से सुबह 10:30 बजे के लगभग छेड़छाड़ हुई लेकिन शाम 4:30 बजे एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस इतनी निक्क्मी है की पीड़िता को 4 से 5 घंटे तक थाने मे बैठा रखना यही दर्शाता है की पुलिस किसी के दबाब मे काम कर रही है।
साथ ही कांग्रेस प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष केदार सिरोही ने कहा की छात्रा के साथ एक घटना तो पहले हो गई जिसकी शिकायत करने थाने पहुंची पीड़िता तो दूसरी मानसिक प्रताड़ना थाने मे 5 घंटे बैठक झेलनी पड़ी। महिला थाना प्रभारी का जो रवैया था जिस तरह से वो केस को दवाना चाह रही थी उसी से लगता है की विशेषकर महिला थाना प्रभारी यहां अपराध को बढ़ावा देने की सोच रखती है। हरदा मे अपराधों का बढ़ने का सीधा कारण है थानो मे अयोग्य लोगो को बैठा देना। महिला थाना प्रभारी थाने आयी ही नहीं उन्होंने तो दो बार विवेचना कर रही पुलिसकर्मी को बदला, वो तो यह चाह रही थी की इस मामले मे कोई कायमी ना हो। यह महिला थाना केवल खानापूर्ति के लिए रखा गया है। यहां महिलाओ की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है। इस मामले मे है ऊपर तक जाएंगे और डीजीपी से मुलाक़ात करेंगे और थाना प्रभारी को हटवाने की मांग करेंगे। इस सरे घटनाक्रम मे मनीष शर्मा उर्फ़ मनीष बाबूजी, अवनी बंसल, मोहन साईं के विशेष सहयोग से हस्तक्षेप करने के बाद मामला दर्ज किया गया। इस दौरान कांग्रेसियों ने महिला थाने मे पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसमे कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओम पटेल, पूर्व विधायक डॉ आर के दोगने सहित समस्त कांग्रेसी मौजूद रहे।