हरदा – ग्राम कयागांव मे चल रही श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन स्वामी सच्चिदानंद आचार्य जी ने राजा परीक्षित की कथा का वर्णन किया।
कपिल शर्मा, हरदा

कायागांव में गीला (विश्नोई) परिवार के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक व राजस्थान के लालासर साथरी धाम के महंत संत स्वामी सच्चिदानंद आचार्य ने राधे राधे गोविंद गोविंद राधे, गोविंद राधे गोपाल राधे…की प्रस्तुति से की। कथा का वाचन करते हुए स्वामी सच्चिदानंद आचार्य ने कहा कि राजा परीक्षित ने शुकदेवजी से एक ही प्रश्न किया है कि जिसका निधन निकट हो, जो मृत्यु के समीप हो और सात दिनों में ही जो मरने वाला हो उसे परमात्मा की प्राप्ति के लिए क्या करना चाहिए। शुकदेवीजी कहते हैं कि हे राजन हमारा जीवन कितना लंबा है यह मायने नहीं रखता बल्कि इस जीवन में हमें करना क्या है यह मायने रखता है। जीवन चाहे छोटा हो, लेकिन उसमें हम कर क्या कर रहे हैं यह जरूरी है। जीवन का कल्याण केवल परमात्मा कर सकते हैं। परमात्मा तक जाना आसान है। केवल यह चित प्रभु के चरणों में लग जाए तो परमात्मा प्रसन्न हो जाते हैं। राजा परीक्षित शुकदेवजी से कहते हैं कि यह मन ही तो नहीं लगता। लगाना चाहे तो भी नहीं लगता है। इस मन को स्थिर करने का कोई उपाय है तो वह बताइए। यह समस्या आज सभी के सामने हैं। बच्चे कहते हैं कि पढ़ते तो हैं, लेकिन मन नहीं लगता। शुकदेवजी राजा परीक्षित से कहते हैं कि हे राजन ध्रुव और प्रहलाद की तो कोई ज्यादा उम्र नहीं थी, लेकिन उन्होंने अपनी सच्ची भक्ति के दम पर भगवान को पा लिया था। भगवान को भाव से प्रसन्न होते हैं। भक्त जिस मन से भगवान को संबोधित करते हैं भगवान उसी से प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान भोलेनाथ ने भी प्रजापति दक्ष का सिर धड़ से अलग कर दिया था। इसके बाद भोलेनाथ ने ही उनके धड़ पर बकरे का सिर लगा दिया। सिर लगाते ही दक्ष बम बम कहने लगे तो भगवान भोलेनाथ प्रसन्न हो गए। इसलिए मन में भाव जरूरी है। अगर भाव अच्छे हैं तो भगवान का प्रसन्न होना तय है।
आज मनाया जाएगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव :- कथा के दौरान बुधवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई जाएगी। कथा वाचक स्वामी सच्चिदानंद आचार्य ने उपस्थित श्रोताओं से कहा कि जब कल आप कथा में जन्मोत्सव मनाने आएंगे तो मन में यह भाव मत लाना कि हम कथा सुनने कायागांव जा रहे हैं बल्कि इस भाव और खुशी से आना कि हम जन्मोत्सव मनाने गाेकुल में जा रहे हैं। भगवान के प्राकट्य का उत्सव मनाने शामिल हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बधाई स्वरूप आप साथ में बच्चों को देने के लिए खिलौने, मिठाई आदि वस्तु भी ला सकते हैं।
कपिल शर्मा हरदा, 9753508589