हरदा – सुप्रीम हाऊसिंग फाइनेंस कम्पनी से प्रताड़ित होकर युवक ने गटका पॉइजन, जिला अस्पताल मे उपचार जारी।
कपिल शर्मा, 9753508589

कपिल शर्मा, हरदा एक्सप्रेस…
फाइंसेंस कम्पनी से परेशान होकर एक युवक ने फाइंसेंस कम्पनी के अंदर सल्फास खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की जिसे गंभीर अवस्था मे कर्मचारियों ने जिला अस्पताल मे भर्ती करवाया। मजदूर का आरोप है की फाइंसेंस कम्पनी वाले तीन महीने से लोन देने के लिए चक्कर लगवा रहे है लेकिन लोन के पैसे नहीं दे रहे। पीड़ित ने मैनेजर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। पीड़ित का कहा की मैनेजर ने मकान की रजिस्ट्री भी रख ली और लोन भी नहीं दिया, मेरी ही रजिस्ट्री वापस देने के मुझसे 50 हजार रूपये मांग रहा। दरअसल पूरा मामला इस प्रकार है कि टिमरनी निवासी बलराम कोगे ने हरदा की प्रताप कॉलोनी स्थित सुप्रीम हाऊसिंग फाइनेंस कम्पनी से लोन लेने के लिए बात की तो उन्होंने 3 लाख 84 हजार रूपये का लोन पास कर दिया। लेकिन तीन महीने बीते जाने के बाद भी लोन नहीं मिला जिससे परेशान होकर फाइनेंस कम्पनी के अंदर ही पीड़ित युवक ने सल्फास खा कर आत्महत्या करने की कोशिश की जिसे फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारियों ने तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया जहा उसका उपचार जारी है। पीड़ित बलराम ने बताया की उसने सुप्रीम हाऊसिंग फाइनेंस कम्पनी से 3 लाख 84 हजार रूपये का लोन करवाया था। जिस पर मुझे वही के कर्मचारी अजय नायर ने कहा की आप बीम डलवा लो मै तुम्हारी पहली किस्त डलवा दूंगा, तो मैंने कर्ज लेकर बीम डलवा कर प्लेनथ करवा लिया फिर भी पैसे मेरे खाते मे नहीं आये मै ज़ब भी पैसे डालने की बोलता हु तो वो दो चार दिन मे डाल देंगे बोलकर बात टाल देते है। मैंने करीब ढ़ेड लाख रूपये का कर्जा कर लिया और फाइनेंस कम्पनी पैसे नहीं दी रही। साथ ही मेरी ओरिजनल रजिस्ट्री भी कम्पनी के मैनेजर ने अपने पास रख ली अब मै रजिस्ट्री वापस मांग रहा हु तो वो 50 हजार रूपये मांग रहा है। जिससे प्रताड़ित होकर मैंने फाइनेंस कम्पनी के अंदर ही सल्फास खा ली। इस मामले मे सुप्रीम हाऊसिंग फाइनेंस कम्पनी के मैनेजर शैतान सिंग का कहना है की मनीषा बाई ढोके के नाम से लोन की एक फाईल है जिसका लोन हमने पास भी किया है। हमारी कंम्पनी के नियमानुसार प्लंथ लेवल कम्प्लीट करना होगा जो पूरा नहीं था और उनके पिताजी जो उनके साथ रहते है उनके साइन होना था जो पुरे नहीं थे इसलिए लोन के पैसे नहीं दिए और जो वो आरोप लगा रहे है वो गलत है। यदि वो बोलेंगे की हमे लोन नहीं चाहिए तो हम बिना पैसे लिए उनकी रजिस्ट्री वापस दे देंगे। आपको बता दे की हरदा जिले मे फाइंसेंस कम्पनिया गली गली मे फल फूल रही है। जो आम लोगो को छोटे मोटे लोन देकर अपने जाल मे फसा लेते है फिर अपना कर्जदार बनाकर दिए गए लोन से डबल राशि वसूलते है। ऐसी प्राइवेट फाइनेंस कम्पनियो पर जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जाती।