हरदा – नर्मदा जी की पूजन से ज्यादा महत्व है उसे साफ रखने का :- पंडित सुशील जी जोशी।
कपिल शर्मा हरदा, 9753508589

शहर कि राजपूत छात्रावास में सात दिवसीय श्री नर्मदा पुराण कथा का आयोजन 18 से 24 जुलाई तक किया जा रहा है। कथा का वाचन पंडित सुशील जी जोशी द्वारा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक किया जा रहा है। आज नर्मदा पुराण के दूसरे दिन पंडित सुशील जोशी जी ने कहां कि हम नर्मदा जी को मानते तो है पर सिर्फ पूजन के लिए लेकिन पूजा से भी ज्यादा महत्व है नर्मदा जी को स्वच्छ व साफ़ रखने का जिससे नर्मदा जी हमेशा निर्मल बनी रहे। जिससे कि आने वाली पीढ़ी को हम स्वच्छ निर्मल और पवित्र नर्मदा जी देकर जाये। ध्यान नहीं देने के कारण कई स्थानों पर मां गंगा यमुना में स्नान करने की बात तो दूर आचमन भी करने की स्थिति नहीं है। नर्मदा पुराण में नर्मदा जी के वारे बताया कि प्रलय काल में सातों समुद्र सारी नदियां समाप्त हो जाती है। उस समय सिर्फ नर्मदा जी ही शेष बचती है। मार्कंडेय ऋषि ने नर्मदा जी के इक्कीस कल्प में 21 बार अलग-अलग रूपों में मां नर्मदा के दर्शन किए। नर्मदा जी का प्रलय काल में भी क्षय नहीं होता। मां नर्मदा भगवान शिव के श्वेदज से उत्पन्न हुई है। मां नर्मदा के जल के स्पर्श मात्र से अधम योनि में पढ़ें जीव सद गति को प्राप्त हो जाते हैं। राजा धुंधुमार का घोड़ा और शूकर योनि में पड़े गंधर्व का मां नर्मदा के जल का स्पर्श होने से ही उद्धार हो गया था।