भ्रष्ट पटवारी निर्भय सिंह तोमर ने फर्जी तरीके से बेच दी 10 एकड़ शासकीय भूमि।
कपिल शर्मा, 9753508589

कपिल शर्मा, हरदा एक्सप्रेस…
राजस्व विभाग मे भ्रष्टाचार इस कदर बड़ गया है की अब पटवारी सीमांकन तो छोडो, सरकारी जमीन भी बेचने मे पीछे नहीं हट रहे है। ऐसा ही एक मामला हरदा जिले के ग्राम दीपगांव कला से सामने आया है जहा पटवारी निर्भय सिंह तोमर ने शासकीय भूमि खसरा नंबर 15/14 और 15/16 अलग अलग समय मे दो लोगो को बेच दी। जिसका नामांतरण भी खुद ही कर दिया गया। जिसकी शिकायत एक व्यक्ति द्वारा कलेक्टर से की गई है। शिकायतकर्ता इमरान खान ने बताया की शासन ने वर्ष 2001-02 मे चम्पालाल मोरे को खसरा नंबर 15/16 की 4 एकड़ 94 डिसमिल एवं रामाधार मोरे को खसरा नंबर 15/14 की 4 एकड़ 94 डिसमिल कुल 10 एकड़ भूमि अपनी आजीविका चलाने के लिए दी गई थी जो अस्तांतरित भूमि है। उक्त भूमि को हरिओम मीणा ने अपनी पत्नी सोनम और माँ मंगिबाई के नाम से खरीदने के लिए कलेक्टर के पास आवेदन किया था लेकिन कलेक्टर ने जाँच करवा कर आवेदन यह बोलकर ख़ारिज कर दिया की यह भूमि अस्तांतरित है। लेकिन ग्राम दीपगांव कला के पटवारी निर्भय सिंह तोमर द्वारा फर्जीबाड़ा करके रजिस्टर्ड विक्रय पत्र सोनम मीणा पति हरिओम मीणा एवं हरिओम की माँ मंगीबाई के नाम 9 जुलाई 2021 को नामांतरण करके रजिस्ट्री कर दी। जब इसकी शिकायत फिर से कलेक्टर के पास पहुंची तो हरिओम मीणा और पटवारी निर्भय सिंह दोनों ने मिलकर ग्राम दीपगांवकलां निवासी धीरज और रोहित को 28 मई 2025 को जमीन बेच दी।
इस मामले मे जब पटवारी निर्भय सिंह तोमर से बात की तो उन्होंने बोला की मुझे कोई जानकारी नहीं है तहसील कार्यालय मे पता करो। इधर कलेक्टर सिद्धार्थ जैन का कहना है की आपने मामला मेरे संज्ञान मे लाया है मैं शिकायत की जाँच करवा लेता हु यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ उचित कार्यवाई की जाएगी।