
कपिल शर्मा, हरदा एक्सप्रेस…
आम किसान यूनियन द्वारा अपनी मांगों को लेकर प्रत्येक पंचायत स्तर पर ट्रैक्टर रैली एवं ज्ञापन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को ग्राम पंचायत सन्नास्या, तहसील टिमरनी, ग्राम छिड़गांव व खेड़ा तहसील हंडिया में किसानों ने विशाल ट्रैक्टर रैली निकालकर सरपंच एवं सचिव को ज्ञापन सौंपा। आम किसान यूनियन की प्रमुख मांगे हैं कि अतिवृष्टि, कीट एवं वायरस से नष्ट हुई फसलों का सर्वे कर मुआवजा प्रदान किया जाए। वर्तमान भावांतर योजना को तुरंत बंद किया जाए और सभी फसलों की खरीदी एमएसपी पर हो। वर्ष 2018 की भावांतर राशि का भुगतान शीघ्र किया जाए। डीएपी व यूरिया की उपलब्धता पंचायत स्तर पर ऋणी व अऋणी दोनों किसानों को मिले। बेसहारा मवेशियों से फसलों को हो रहे नुकसान का समाधान कर गौशालाओं में प्रबंधन किया जाए। खेतों तक जाने वाले रास्तों का अर्थवर्क किया जाए। किसान दिनेश ठोल्या ने कहा कि भावांतर योजना किसानों के साथ छलावा है, इससे केवल व्यापारियों को लाभ होता है। किसान हरिसिंह राजपूत ने सवाल उठाया कि सरकार स्वयं एमएसपी घोषित करती है तो किसानों को उसका लाभ क्यों नहीं दिया जाता। छिड़गांव के किसान नेता डॉ. जगदीश सारण ने कहा कि नष्ट फसलों का पारदर्शी सर्वे कर राहत राशि दी जाए अन्यथा भोपाल जाम किया जाएगा। खेड़ा के किसान विजेश बेड़ा ने चेतावनी दी कि यदि भावांतर योजना बंद नहीं की गई और एमएसपी पर खरीदी शुरू नहीं हुई, तो आंदोलन तेज किया जाएगा। आम किसान यूनियन अब तक 10 पंचायतों में रैली और ज्ञापन कार्यक्रम कर चुकी है। यूनियन ने चेताया कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो जिला व राजधानी स्तर पर विशाल व अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा।
इस दौरान रामनिवास घासल, सुनील पटेल, देवीसिंह पून्या, महेश ठोल्या, विनोद सारण, शिव कापड़िया, राहुल सिरोही, विजेश बेड़ा, संजू जाट, सतपाल सारण, परमानंद पवार सहित अन्य किसान उपस्थित रहे।